दो की हालत गंभीर, आतंकियों कीे तलाश में अभियान जारी उपराज्यपाल बोले, बख्शे नहीं जाएंगे शरारती तत्व
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुमरू ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए लोगों को विश्वास दिलाया कि इसके पीछे जो भी तत्व हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मुमरू ने घाटी के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि आतंकी अब धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत कर सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पहले ही एक अभियान शुरू कर दिया है। ऐसे में किसी भी तरह की अफवाहों से दूर रहें।
अनंतनाग के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर और स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक बाल-बाल बचे
जम्मू -कश्मीर में सामान्य होते हालात, रफ्तार पकड़ती शिक्षा व्यवस्था और सुचारु प्रशासनिक गतिविधियों से हताश आतंकियों ने मंगलवार को चार घंटे के अंतराल में ताबड़तोड़ दो बड़े हमले किए। आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सरकार के सबसे महत्वपूर्ण अभियान 'बैक टू विलेज' कार्यक्रम के तहत बैठक कर रहे अधिकारियों, स्थानीय लोगों और पंचों-सरपंचों पर ग्रेनेड हमला करने के साथ अंधाधुंध गोरीबारी कर दी। इस हमले में कांग्रेस से संबंधित एक सरपंच और बागवानी विभाग के अधिकारी की मौत हो गई। वहीं, एक सरकारी कर्मी सहित चार लोग घायल भी हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में 25 नवंबर से शुरू हुए छह दिवसीय बैक टू विलेज अभियान पर यह पहला आतंकी हमला है। इससे पहले आतंकियों ने श्रीनगर में कश्मीर विश्वविद्यालय के मुख्य गेट के पास भी ग्रेनेड फेंका।
आतंकियों ने अनंतनाग जिले की हकूरा पंचायत में बैक टू विलेज कार्यक्रम के तहत एकत्र हुए स्थानीय लोगों व अधिकारियों को निशाना बनाने की साजिश रची। मंगलवार को अनंतनाग के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ग्रामीणों के साथ बैठक कर रहे थे। उनके साथ स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक बिलाल खुर्शीद व बागवानी विभाग के सहायक असिस्टेंट जहूर शेख भी मौजूद थे। बैठक में क्षेत्र के सरपंच सैयद रफीक, कई पंच तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अपने-अपने क्षेत्र के मुद्दे उठा रहे थे। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे अचानक स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों ने पंच-सरंपचों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया।
वहीं, हमले के तुरंत बाद गोलीबारी भी शुरू कर दी। लोगों को बचाते हुए मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन तब तक आतंकी भाग निकले। सुरक्षाबलों ने एडिशनल डिप्टी कमिश्नर और स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक को सुरक्षित वहां से निकाल लिया। लेकिन क्षेत्र के सरपंच सैयद रफीक और बागवानी विभाग में अधिकारी जहूर शेख समेत छह लोग घायल हो गए। सभी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया। जहां सरपंच और बागवानी विभाग के अधिकारी की मौत हो गई। सरपंच सैयद रफीक कांग्रेस पार्टी से संबंध रखते थे।
इस हमले में घायल सरकारी कर्मी मंजूर अहमद र्पे को श्रीनगर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, तीन अन्य घायलों को मामूली चोट आई है। पुलिस के अधिकारियों ने हमले में दो लोगों के मरने और एक के घायल होने की पुष्टि की है। इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया, मगर देर शाम तक किसी को सुराग नहीं मिला।