टांडा। हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से पहली मौत का मामला सामने आया है। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल टांडा में एक व्यक्ति की इस वायरस की वजह से मौत हो गई। मृतक अमेरिका से वापस आया था और सोमवार सुबह करीब 11 बजे टांडा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था। मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। मृतक तिब्बती समुदाय से संबंधित था और 10 दिन पहले अमेरिका से लौटा था।
सोमवार को हालत गंभीर होने पर परिजन उसको कांगड़ा के निजी अस्पताल में ले गए थे। वहां पर जांच के दौरान विशेषज्ञों को उसके कोरोना से संक्रमित होने का शक हुआ था। मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हालत ज्यादा गंभीर होने पर मरीज को टांडा मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया था। यहां पर उसको आइसोलेशन में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद अब निजी अस्पताल के स्टाफ को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। निजी अस्पताल के स्टाफ ने इस मरीज की साधारण मरीज की तरह जांच शुरू कर दी थी। इस वजह से अस्पताल के सारे स्टाफ व यहां उपचाराधीन मरीजों पर भी इस वायरस का संकट आ गया है।
उधर, कांगड़ा के निजी अस्पताल को मरीज की मौत के बाद फिलहाल बंद कर दिया गया है। जिस विशेषज्ञ ने उस मरीज की जांच की है या जिन्होंने उसके टेस्ट किए हैं उन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। टांडा मेडिकल कॉलेज की टीम निजी अस्पताल में पहुंच गई है। चिकित्सक और अन्य स्टाफ की जांच की जा रही है। वहीं, टांडा मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के दो संक्रमित को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया हैं। प्रथम चरण में इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आगे की पुष्टि के लिए सैंपल पुणे भेजे गए हैं। आज शाम तक इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। उधर, इस संबंध में टांडा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरिंद्र सिंह भारद्वाज ने इसकी पुष्टी कर दी है।