एनआरआई दूल्हे संग शादी रचाने से पहले लड़कियां अगर ये किस्सा पढ़ लेंगी तो फायदे में नहीं, वरना कानूनी पचड़ों में फंसेंगी और जिंदगी अलग से बर्बाद हो जाएगी।
शादी रचाकर विदेश भागे दूल्हों के इंतजार में दुल्हनें बूढ़ी होने लगी हैं। न तो दूल्हे विदेश से लौट रहे हैं, न ही दुल्हनें विदेश जा पा रही हैं। अदालत की दहलीज पर दस्तक देने के बावजूद दुल्हनों को इंसाफ मिलने में भी देरी हो रही है। जिले में ऐसे मामलों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। धोखाधड़ी की शिकार हुईं ऐसी दुल्हनों को अब एक सामाजिक संस्था ने इंसाफ दिलवाने की पहल शुरू की है। संस्था की मानें तो 20 फीसदी दुल्हनें ऐसे ठग दूल्हों का शिकार हो रही हैं। विदेशी दूल्हे के जाल में फंसकर किसी युवती की जिंदगी बर्बाद न हो इसके लिए भी संस्था जागरूकता अभियान चला रही है। उधर, ऐसे मामले की पैरवीकार भी मानते हैं कि लालच की वजह से दूल्हे शादी रचाकर विदेश भाग रहे हैं।
यह मामला रूपो माजरा की रंजना (बदला हुआ नाम) का है। 2011 में उसकी शादी महेश से हुई थी। चूंकि महेश अमेरिका में था इसलिए शादी में रंजना के परिवार की ओर से लाखों रुपये का दहेज दिया गया। शादी के बाद उसने जल्द रंजना को साथ ले जाने का वायदा किया। पर खुद जाने के बाद अब तक विदेश से नहीं लौटा। नौ साल के बेटे के साथ अब रंजना कई साल से इंसाफ के लिए कोर्ट के चक्कर काट रही है।
यह मामला डिफेंस कॉलोनी की दमन का है। 2012 में उसकी शादी पड़ोसी जिले कुरुक्षेत्र के गांव के संदीप सिंह से हुई थी। संदीप कनाडा में था इसलिए दमन के परिवार ने शादी पर दहेज के साथ 50 लाख रुपये खर्च किए। नई स्कोरपियो गाड़ी भी उसे दहेज में दी गई थी। पर शादी में मिले दहेज से वह खुश नहीं था। फिर दहेज की डिमांड को लेकर उसने दमन को प्रताड़ित किया। दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज होने के बावजूद संदीप चुपचाप कनाडा भाग गया। वारंट जारी होने के बावजूद वह वापस नहीं लौटा। 40 हजार रुपये प्रति महीने का खर्च तय होने के बावजूद दमन को फूटी कौड़ी नहीं मिल पाई।
यह मामला बराड़ा के गुरजीत सिंह का है। उसने खुद को ऑस्ट्रेलिया पुलिस में अफसर बताकर पड़ोसी गांव की अजीत कौर से 2017 में शादी रचाई। चूंकि गुरजीत ने खुद को ऑस्ट्रेलिया पुलिस में अफसर बताया था इसलिए अजीत के परिवार की ओर से शादी में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। लाखों रुपये का सोना चांदी दहेज में दिया। शादी के बाद उसने अजीत को साथ ऑस्ट्रेलिया ले जाने की भी बात कही थी। पर चुपचाप अपनी दुल्हन को छोड़कर वह विदेश भाग गया। इसके बाद वह वापस ही नहीं लौटा।
विदेशी दूल्हों की ठगी का शिकार हो रही दुल्हनों को इंसाफ दिलवाने के लिए लबाना प्रोग्रेसिव फ्रंट ने बीड़ा उठाया है। फ्रंट के अध्यक्ष सरदार मक्खन सिंह लबाना ने कहा कि अंबाला के साथ कुरुक्षेत्र, कैथल व करनाल में ऐसे मामले सबसे ज्यादा हैं। लड़का विदेश में है यह सोचकर लोग अपनी बेटियों की शादी उनसे कर रहे हैं। पर शादी से पहले कोई परिवार यह नहीं देखता कि लड़का विदेश में कच्चा है या पक्का। शादी के बाद लड़का ससुरालियों का सारा माल समेटकर विदेश भाग जाता है। ऐसे में 20 फीसदी युवतियों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। फ्रंट के सभी पदाधिकारी अब शादी समारोह के साथ क्रिया के कार्यक्रमों में भी लोगों को विदेशी ठगों के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं।
- दलजीत पुनिया, क्रिमिनल लॉयर