नहीं दी होलिका दहन के लिए जगह

मुजफ्फरनगर। होलिका दहन को लेकर गांव लखनौती में चल रहे विवाद में ग्रामीणों ने दूसरे पक्ष से झोली फैलाकर जगह मांगी। अफसरों ने भी काफी कहा, लेकिन दूसरा पक्ष इसपर राजी नहीं हुआ। अफसरों ने जगह की पैमाइश कराने की बात कही है।


लखनौती में ग्रामीणों ने गांव के बाहरी छोर पर तालाब किनारे होलिका दहन के लिए नई जगह तय की थी। बराबर का खेत का मालिक हरबीर सिंह होली की आग से ईख जलने की आशंका जताते हुए विरोध कर रहा है। हरबीर ने मामले की शिकायत अफसरों से की थी। होली के पक्ष में ग्रामीणों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर अफसरों को मामले से अवगत कराया था।


मंगलवार को नायब तहसीलदार योगेश कुमार और प्रभारी निरीक्षक पंकज त्यागी ने गांव के सरकारी स्कूल में दोनों पक्षों को बुलवाया। बैठक में गांव के बुजुर्गो ने पल्ला फैलाकर हरबीर सिंह से होली के लिए जगह मांगी, लेकिन हरबीर सिंह ने साफ इन्कार कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह होली रखी है, वह तालाब का किनारा है। इससे किसी का कोई नुकसान नहीं होगा। अफसरों ने भी हरबीर सिंह से होली की जगह का विरोध न करने को कहा। पुलिस और अफसरों ने होलिका दहन की जगह का भी मुआयना किया। दोपहर बाद सीओ सदर कुलदीप सिंह ने मौके पर जाकर जानकारी ली। इस दौरान एसएसआइ मदन सिंह बिष्ट, कानूनगो धर्मवीर सिंह, प्रधान अर्जुन सिंह, वेदपाल सिंह, नरेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, राहुल शर्मा आदि रहे।


बस्ती बसने से हुई जगह की तंगी


लखनौती में ग्रामीणों के अनुसार करीब 40-50 साल से अन्य जगहों पर होली जलती रही है। जहां पहले होलिका दहन होता रहा है, वहां लोगों के मकान बन गए हैं। इसके अलावा भी कई अन्य स्थानों पर होली रखी गई। इस बार सर्वसम्मति से तालाब किनारे होली रखी गई। इसका दूसरा पक्ष विरोध कर रहा है। प्रभारी निरीक्षक ने भी विरोध करने वाले से यहां तक कहा कि यदि तुम्हारा कुछ नुकसान हुआ तो वह जेब से दे देंगे, लेकिन होली की जगह का विरोध न करें। इस सब के बावजूद विरोध करने वाला पक्ष अपनी बात पर अड़ा रहा।


इन्होंने कहा


दोनों पक्षों में सुलह का प्रयास किया, लेकिन एक पक्ष अपनी बात पर अड़ा है। एसडीएम सदर की देखरेख में जगह की पैमाइश कराई जाएगी। होलिका दहन शांतिपूर्ण तरीके से कराया जाएगा।


- योगेश कुमार, नायब तहसीलदार